तुलसीदास जी ने सूरज और पृथ्वी की दूरी कैसे बताई? जानिए पुरी विश्लेषण
तुलसीदास को यह ज्ञान वेदों, पुराणों और प्राचीन भारतीय खगोलशास्त्र से प्राप्त हुआ होगा। उस समय के ऋषि-मुनियों ने ध्यान और अभ्यास से ब्रह्मांड के रहस्यों को समझा था और तुलसीदास उसी परंपरा का हिस्सा थे। प्राचीन भारतीय संस्कृति में वैदिक ज्ञान और खगोल विज्ञान का महत्व तुलसीदास जैसे महान संतों के कार्यों में स्पष्ट … Read more