देव दीपावली: काशी की जगमगाती श्रद्धा और आस्था का पर्व

देव दीपावली, जिसे “देवताओं की दीपावली” कहा जाता है, काशी (वाराणसी) में मनाया जाने वाला एक अद्वितीय पर्व है। यह कार्तिक पूर्णिमा के दिन, दीपावली के 15 दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन गंगा घाटों पर लाखों दीयों की रोशनी से काशी जगमगाती है, जो एक दिव्य अनुभव का अहसास कराती है। देव दीपावली … Read more

गोवर्धन पूजा: प्रकृति, भक्ति, और पर्यावरण संरक्षण का संदेश

  गोवर्धन पूजा, भगवान श्रीकृष्ण के अद्वितीय साहस और करुणा का प्रतीक है। जब वृंदावन के लोग इंद्रदेव की पूजा में लीन थे, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें समझाया कि पर्वत, नदियों और वनों का संरक्षण और पूजा करना ही सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये हमें प्रत्यक्ष रूप से जीवन और पोषण प्रदान करते हैं। यही … Read more

भारत के प्राचीन साम्राज्य: मौर्य, गुप्त और चोल वंश की गौरवगाथा

भारत के प्राचीन साम्राज्यों की गाथा इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज है। यह वो युग था जब भारतीय उपमहाद्वीप का सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव चरम पर था। इन साम्राज्यों ने न केवल अपनी सीमाओं का विस्तार किया, बल्कि कला, संस्कृति, धर्म और विज्ञान के क्षेत्र में भी अद्वितीय योगदान दिया। आइए, मौर्य, गुप्त … Read more

करवा चौथ: सौभाग्य और आस्था का पर्व

करवा चौथ भारतीय विवाहित स्त्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए उपवास रखती हैं। यह पर्व आस्था, प्रेम, और समर्पण का प्रतीक है, जो विवाहित जीवन की खुशियों को और भी गहरा बनाता … Read more

तुलसीदास जी ने सूरज और पृथ्वी की दूरी कैसे बताई? जानिए पुरी विश्लेषण

तुलसीदास को यह ज्ञान वेदों, पुराणों और प्राचीन भारतीय खगोलशास्त्र से प्राप्त हुआ होगा। उस समय के ऋषि-मुनियों ने ध्यान और अभ्यास से ब्रह्मांड के रहस्यों को समझा था और तुलसीदास उसी परंपरा का हिस्सा थे। प्राचीन भारतीय संस्कृति में वैदिक ज्ञान और खगोल विज्ञान का महत्व तुलसीदास जैसे महान संतों के कार्यों में स्पष्ट … Read more

दीवाली: भारत का सबसे बड़ा त्योहार, उल्लास का महापर्व

दिवाली, जिसे ‘दीपावली’ भी कहा जाता है, भारत का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध त्योहार है। यह अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। हर साल, देश भर में लोग इस दिन को दीप जलाकर, मिठाई बांटकर, और अपने घरों को सजाकर मनाते हैं। 2024 में दिवाली 1 नवंबर को मनाई जाएगी। … Read more

सिंधु घाटी सभ्यता: भारत की पहली महान सभ्यता

भूमिका: भारत की प्राचीन धरोहर सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) भारत और विश्व की सबसे प्राचीन और उन्नत सभ्यताओं में से एक मानी जाती है। लगभग 3300 ईसा पूर्व से 1300 ईसा पूर्व के बीच फली-फूली इस सभ्यता का विकास आज के पाकिस्तान और उत्तर-पश्चिमी भारत में हुआ। यह सभ्यता अपने समृद्ध नगर निर्माण, … Read more